Teachers Day Speech In Hindi: भारत देश में शिक्षक दिवस को बड़े गर्व और मान सम्मान के साथ हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है, शिक्षक दिवस डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर मनाया जाता है। देश का प्रत्येक स्टूडेंट ऑफलाइन स्कूलों के साथ साथ ऑनलाइन क्लासों और फेस्टिवल्स में हिस्सा लेकर इस दिन को खूब उत्साह के साथ मनाते हैं।
इस अवसर पर सभी स्टूडेंट्स अपने अपने टीचर्स को सम्मान देने के लिए कोई हिंदी में तो कोई अंग्रेजी में टीचर्स डे स्पीच देते है। इस बार भी हर साल की तरह 5 सितंबर 2024 को शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है। शिक्षक दिवस पर स्टूडेंट अपने टीचर्स को धन्यवाद कहने और आभार प्रकट करने के लिए भाषण, गीत, नाटक, कहानियां और कविताएं इत्यादि तैयार करके लाते हैं।
स्कूल के साथ साथ बड़े से बड़े कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज में भी टीचर्स डे खूब धूम धाम से मनाया जाता है और इसके लिए प्रतियोगिता तक तैयार की जाती है, ऐसे में यदि आप भी अपने स्कूल टीचर्स या कॉलेज टीचर्स के लिए भाषण तैयार करना चाहते है, तो आपकी सहायता के लिए हमने यहां टीचर्स डे स्पीच के लिए आसान हिंदी भाषा में कुछ लाइन तैयार की है जिसे शिक्षक दिवस पर बोलकर आपको सभी शिक्षकों की खूब वाहवाही और प्रशंसा मिलने वाली है।
Teachers Day Speech In Hindi – हम शिक्षक दिवस क्यों मनाते हैं
- गुरु बिन होत ना ज्ञान, गुरु बिना दिशा अजान,
- गुरु बिन इन्द्रिय न सधे, गुरु बिन बढ़े न शान
- माता पिता के बाद जिनका है विशेष स्थान,
- हाथों में जिनके हमारे भविष्य की कमान।
सभी शिक्षकों को सुप्रभात।
आज जब हम शिक्षक दिवस के अवसर पर यहाँ एकत्रित हुए हैं, तो मैं हर उस शिक्षक का धन्यवाद करना चाहूँगा जो हमेशा हमारे मार्गदर्शक रहे हैं। आपने न केवल हमें सीखने का एक नया तरीका सिखाया है, बल्कि कोरोना जैसी महामारी और लॉकडाउन जैसे हालातों के दौरान भी आपने हमें पढ़ने लिखने के लिए प्रेरित किया है।
हमारे देश में शिक्षक दिवस प्रत्येक साल मनाया जाता है, इसलिए इस शुभ और विशेष अवसर पर मैं शिक्षक दिवस के इतिहास और शिक्षक दिवस मनाने के रोचक कारणों के बारे में कुछ बताने से पहले इस दिवस पर कुछ पंक्तियां अवश्य बोलना चाहूंगा/चाहूंगी:
मेहनत की राह पर जो चलना सिखाते है ,
जुनून की आग में जलना सिखाते है ।
जिनको कितना सता लो वो नहीं रूठते ,
वो ही हम बच्चों के टीचर कहलाते हैं।
इसी अवसर पर मैं कुछ पंक्तियां और बोलना चाहूंगा/चाहूंगी।
क्या दूं गुरु-दक्षिणा,
मन ही मन मैं सोचूं।
चुका न पाऊं ऋण मैं तेरा,
अगर जीवन भी अपना दे दूं।
Teachers Day Speech In Hindi – हर साल 5 सितंबर को ही क्यों शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
यह दिन डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती का है, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जो की एक महान भारतीय विद्वान थे। वे 1962 से 1967 तक भारत के दूसरे राष्ट्रपति भी रहे थे। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक ऐसे महान विद्वान थे जिन्होंने अपना पूरा जीवन शिक्षा के लिए समर्पित कर दिया था।
एक बार की बात है जब डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को उनके छात्रों ने उनसे उनका जन्मदिन मनाने के लिए आग्रह किया। तब उन्होंने बड़ी ही सरलता और सहजता से उत्तर दिया और कहा, “यदि मेरा जन्मदिन मनाने के बजाय, अगर प्रत्येक वर्ष 5 सितंबर को सभी शिक्षकों के लिए शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो यह मेरे लिए बड़े ही गर्व की बात होगी।”
तब से लेकर आज तक सभी शिक्षकों के सम्मान में उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में घोषित कर दिया गया था। शिक्षक दिवस की शुरुआत 5 सितंबर सन 1962 से को गई। जिसके बाद आज तक प्रत्येक वर्ष बड़ी धूमधाम से डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को 5 सितंबर पर शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
अंत में, मैं डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के एक कथन के साथ अपना भाषण समाप्त करना चाहूंगा/चाहूंगी, ‘शिक्षा का उद्देश्य कौशल और विशेषज्ञता के साथ अच्छे इंसान बनना भी है। प्रबुद्ध इंसान केवल शिक्षकों द्वारा ही बनाया जा सकता हैं।’
Thanks To All My Teachers, जो हमेशा आप हमारे मार्गदर्शक बनकर हमेशा सही रास्ता दिखाते हैं। मैं जीवन के हर बदलते समय पर आपके आशीर्वाद और आपकी दी हुई सीख को याद रखूंगा/रखूंगी। धन्यवाद। Happy Teacher’s Day। जय हिंद, जय भारत।
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